अपवर्तक (Factor) :- पहली सांख्य दुसरे संख्या को पूर्ण विभाजित करें, तो पहली संख्या को दूसरी संख्या का अपवर्तक कहा जाता है।

जैसे :-
- 12 का अपवर्तक : 1, 2, 3, 4, 6, 12
- 8 का अपवर्तक : 1, 2, 4, 8
- 4 का अपवर्तक : 1, 2, 4
- 20 का अपवर्तक : 1, 2, 4, 5, 10, 20
अपवर्तक की विशेषता
- किसी भी संख्या का अपवर्तक सीमित होता है।
- किसी भी संख्या का अपवर्तक 1 और खुद वह संख्या होती है।
- अगर किसी संख्या का सिर्फ दो (1 और खुद वह संख्या) अपवर्तक हो तो उसे अभाज्य संख्या कहा जाता है। जैसे: 2, 3, 5, etc.
- अगर किसी संख्या का दो से अधिक अपवर्तक हो तो उस संख्या को भाज्य संख्या कहा जाता है । जैसे : 4, 6, 8, 9 etc.
अपवर्तक और गुणनखंड में अंतर
अपवर्तक | गुणनखंड |
अपवर्तक में एक संख्या को स्वतंत्र लिखा जाता है। जैसे: 20 का अपवर्तक1, 2, 4, 5, 10, और 20 होता है। यहां 1 ,2, 4, 5, 10, 20 सभी अलग-अलग स्वतंत्र संख्या है। | गुणनखंड गुणा का खंड होता है। जो एक संख्या के गुणा के दो या अधिक खंडों में दिखाया जाता है।जैसे: 20 का गुणनखंड 4×52×1020×1 यहां 4, 20 का एक गुणा का खंड है। इसी तरह से आगे। |
जो भी संख्या पूर्ण विभाजित करता है। | कम से कम दो संख्यों को गुणा करके मुख्य संख्या मिलता है। |
समापवर्तक (Common Factor)
दो या दो से अधिक संख्याओं के सार्व – अपवर्तक (common) को समापवर्तक कहलाता है।
जैसे:-
- 10 का अपवर्तक = 1, 2, 5, 10
- 8 का अपवर्तक = 1, 2, 4, 8
- समापवर्तक (सार्व – अपवर्तक) = 1, 2
महत्तम समापवर्तक (Highest Common Factor) – HCF
सबसे बड़ा समापवर्तक को महत्तम समापवर्तक कहा जाता है।
जैसे:-
- 20 का अपवर्तक = 1, 2, 4, 5, 10, 20
- 8 का अपवर्तक = 1, 2, 4, 8
- समापवर्तक (सार्व – अपवर्तक) = 1, 2, 4
- महत्तम समापवर्तक = 4 होगा।